भावी पीढ़ी का जीवन सुरक्षित रखने के लिए जल संरक्षण अनिवार्य है - सांसद
सांसद, विधायक और कमिश्नर ने गौरी झिरिया की सफाई में किया श्रमदान
रीवा (कीर्तिप्रभा) जिले भर में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरक्षण के कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ-साथ जल सम्मेलन और सफाई करके आमजनता को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिले के गंगेव विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रामपुर बुड़वा में जल सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि मानव सभी जीवों एवं वनस्पतियों के जीवन का आधार पानी है। प्रकृति ने हमें असीमित पानी प्रदान किया है। लेकिन जल संरक्षण पर ध्यान न देने और पानी की लगातार बरबादी से हमारे सामने पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। समय रहते जल संरक्षण के उपाय करें। हर व्यक्ति पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करे। यदि हमें भावी पीढ़ी का जीवन सुरक्षित रखना है तो जल संरक्षण करना अनिवार्य है। खेती में सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर और ड्रिप इरिगेशन का उपयोग करें। नहाने तथा आम निस्तार में भी पानी का सोच-समझकर उपयोग करें। वर्षा के पानी को हर खेत और हर गांव में सहेजने का प्रयास करें। पानी के बिना पृथ्वी पर जीवन नहीं रहेगा। जल सम्मेलन का आयोजन ग्राम पंचायत रामपुर बुड़वा तथा जन अभियान परिषद द्वारा किया गया।
       समारोह में सांसद ने कहा कि प्रशासन जल संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। हर आमजनता भी इनमें भागीदारी निभाए। सांसद श्री मिश्र ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कमिश्नर बीएस जामोद द्वारा चलाए गए आपरेशन प्रखर की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपरेशन प्रखर के कारण रीवा संभाग के 66 विद्यार्थियों ने बोर्ड परीक्षाओं की मेरिट सूची में स्थान बनाया है। सम्मेलन में विधायक मनगवां इंजीनियर नरेन्द्र प्रजापति ने कहा कि सरकार ने मुख्यमंत्री जी के नेृत्व में पूरे प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया है। जल संरक्षण वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। हर व्यक्ति जल संरक्षण कार्यों में श्रमदान करके इस अभियान में अपना योगदान दे। सबके सहयोग से ही जल संरक्षण का उद्देश्य पूरा होगा। गांव में पर्याप्त पानी रहने पर ही समृद्धि आएगी।
       सम्मेलन में कमिश्नर बीएस जामोद ने कहा कि हमारे पुरखों ने नदियों और जलाशयों को पवित्र मानकर उनकी पूजा की। पूर्वजों को जल संरक्षण का महत्व मालूम था। वृक्षारोपण और जल संरक्षण के कार्य को सबसे बड़ा पुण्य माना जाता था। हमारे पुरखों ने जो जल संचय किया उसका सुख हमारी पीढ़ी को मिला है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि जल संरक्षण की परंपरा को बनाए रखते हुए वर्षा जल को धरा में अधिक से अधिक भण्डारित करने का प्रयास करें। छोटे-छोटे कार्यों और प्रयासों से जल संरक्षण का बड़ा उद्देश्य पूरा होगा। धरा में जल भण्डार समृद्ध हुए तभी हम सबका जीवन सुरक्षित रहेगा। हर व्यक्ति अपने गांव के जल स्रोतों और नदी नालों के उद्गम स्थलों की साफ-सफाई में योगदान करे। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मेहताब सिंह गुर्जर ने जल गंगा संवर्धन अभियान के उद्देश्यों तथा अभियान के तहत जिले भर में किए जा रहे जल संरक्षण के कार्यों की जानकारी दी। जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक ने नदी के प्राचीन उद्गम गौरीकुण्ड के जीर्णोद्धार और नदी को सदैव प्रवाहमान बनाए रखने के लिए आमजनों से सहयोग का आहवान किया।
       जल सम्मेलन के बाद सांसद, विधायक, कमिश्नर, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन समिति के सदस्यों एवं आमजनों ने बकचा नदी के गौरी कुण्ड झिरिया की साफ-सफाई में श्रमदान किया। बारहमासी नाले में स्टापडैम की मरम्मत और बोरी बांध बनाने का कार्य भी किया गया। जल सम्मेलन में ग्राम पंचायत के सभी अतिथियों को जल गंगा संवर्धन अभियान में योगदान देने के लिए शॉल श्रीफल देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में एसडीएम मनगवां पीएस त्रिपाठी, जनपद के सीईओ प्राची चौबे, तहसीलदार सुमित गुप्ता,  नायब तहसीलदार राजीव शुक्ला, विकासखण्ड समन्वयक अनीता मिश्रा, अमित अवस्थी, विष्णुदेव कुशवाहा, शैलेन्द्र दुबे, स्वामी उमेशानंद, संतोष साहू तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने जल संरक्षण के गीत गाते हुए कलश यात्रा निकाली।
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3.0 पोर्टल के माध्यम से लगेगी शिक्षकों की ई-अटेंडेंस
15 जून से शिक्षा का सत्र री-ओपन होगा। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग ने नई पहल की है, जिससे सरकारी स्कूलों से शिक्षक गायब नहीं रह पाएंगे। इसके लिए प्रदेश के करीब चार लाख शिक्षकों की उपस्थिति सार्थक एप के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज होगी। यह एप शिक्षकों की लोकेशन दर्ज करेगा साथ ही आनलाइन चेहरा दिखाई देने पर ही उपस्थिति लगेगी। वहीं दूसरी तरफ ट्रायबल विभाग अपनी आश्रम शालाओं में जिन ढाई लाख शिक्षकों से बच्चों का अध्यापन करवाता है, उनकी ई-अटेंडेंस 3.0 पोर्टल के माध्यम से लगेगी।
जानकारी के अनुसार प्रदेश में ढाई लाख शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस पूर्व से संचालित एम शिक्षा मित्र पर यह उपस्थिति लागाने की तैयारियां हुई थीं। अब डिपार्टमेंट ने नवीन सिस्टम तैयार किया है। इघर जिस ट्रायबल विभाग अपनी आश्रम शालाओं में ढाई लाख टीचरों से बच्चों का अध्यापन करवाता है। वहां पर अभी कोई तैयारियां नहीं हैं। प्रदेश में 15 जून से शिक्षा का सत्र री-ओपन हो रहा है। इसी दिन से स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन काम करने वाले हर शिक्षक की ऑनलाइन उपस्थिति होगी। जब यह मसौदा तैयार किया गया था। तब कहा गया था कि पूर्व से  संचालित एम शिक्षा  मित्र पर टीचरों की ऑनलाइन अटेंडेंस लगाई जाएगी। अब विभाग ने निर्णय बदला है। विद्यालयों के समस्त रिकार्ड को संग्रहित करने के लिए विभाग ने जिस नवीन 3.0 पोर्टल को लांच किया है। उसी के माध्यम से शिक्षकों की ई-अटेंडेंस लगवाई जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए एक्सपर्ट की टीम काम कर रही है। यह काम चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसे समय सीमा में कर लिया जाएगा। कमिश्नर लोक शिक्षण संचालनालय शिल्पा गुप्ता का कहना है कि हम 15 जून से राज्य के स्कूलों में शिक्षकों की ई-अटेंडेंस लगवाएंगे। इस विषय में तेजी से काम चल रहा है। जितने शिक्षक पदस्थ है। सभी को ऑनलाइन अटेंडेंस लगानी होगी।
शिक्षकों की होगी पूरी मॉनीटरिंग
विभाग में अधिकारियों का मानना है कि ऑनलाइन अटेंडेंस लगेगी तो पूरा डिटेल रहेगा कि शिक्षक कितने बजे विद्यालयों में पहुंचा है। शिक्षकों की स्कूलों में समय पर मौजूदगी होगी तो बच्चों के शैक्षणिक कार्यों में भी गुणात्मक विकास होगा। अब जिला शिक्षा अधिकारियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अभी तक जिला शिक्षा अधिकारी निरीक्षण करते रहे। अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्यवाही के लिए विभाग को जानकारी दी जाती रही। इससे डिपार्टमेंट में भी चिंताएं बढ़ती रही है। अब सिस्टम ऐसा तैयार हो रहा है कि शिक्षक को स्कूल में निर्धारित समय अनुसार ड्यूटी करना होगी। अन्यथा इनकी वेतन पर असर पड़ेगा। स्कूल शिक्षा की तरह ट्रायबल डिपार्टमेंट पदस्थापना, प्रमोशन और वेतन व्यवस्था को छोड़ अध्यापन पैटर्न एक जैसा है, लेकिन अभी यहां पर ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए कोई तैयारियां नहीं है। जब पोर्टल 3.0 तैयार हो रहा था। तब स्कूल शिक्षा और ट्रायबल अधिकारियों की मंत्रालय में बैठक हुई थी। इसमें सहमति बनी थी कि एक साथ ऑनलाइन अटेंडेंस लगाई जाएगी, लेकिन तक यहां कोई तैयारी नहीं है।
 ट्रायबल में आनलाइन प्रक्रिया का चल रहा काम
यहां यह भी तय नहीं हुआ कि शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति स्कूल शिक्षा विभाग के 3.0 से लिंक होगी, या फिर ट्रायबल डिपार्टमेंट अलग पोर्टल तैयार करेगा। हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग का कहना है कि ट्रायबल में भी एक ही तिथि से शिक्षकों की उपस्थिति आनलाइन होगी। वहां भी काम चल रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग 15 जून से प्रदेश में ऑनलाइन अटेंडेंस तो शुरू करने जा रहा है, लेकिन शिक्षकों ने ही इस प्रक्रिया में अनेक तकनीक अड़चने बताई है। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल का कहना है कि विभाग आये दिन शिक्षकों को पढ़ाई की बजाय गैर शैक्षणिक कार्यों में लगाता है। अब जब शिक्षक दूसरे काम करेगा तो वह कैसे समय पर स्कूलों में पहुंच पाएगा। रस्थ ग्रामीण अंचलों में अनेक ऐसे क्षेत्र है, जहां इंटरनेट की दिक्कत है। विभाग को इन समस्याओं का समाधान पहले करना होगा। राज्य में 20 हजार ऐसे शिक्षक है, जो पिछले कई सालों से स्कूलों में नहीं पहुंच पाये है। विभाग की रिपोर्ट अनुसार मतदाता सूची में कार्य के नाम पर अनेक शिक्षक, कलेक्टर, जिला पंचायतों और तहसील कार्यालयों में पिछले पांच साल से बाबूगिरी कर रहे है। बड़ी संख्या में शिक्षक राज्य शिक्षा केन्द्र, लोक शिक्षण संचालनालय, जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीस एवं बीआरसीसी जैसे कार्यों में अटैच होकर सेवाएं दे रहे हैं। कई शिक्षक सांसदों, मंत्रियों एवं विधायकों के इधर काम कर रहे हैं। यह शिक्षक कक्षाओं से दूर हैं। ऐसे शिक्षकों की स्कूल स्पॉट पर ऑनलाइन अटेंडेंस नही लगी तो इनका वेतन नही बनेगा।
विनोद / 11 मई 

प्रदेश में 5 सिस्टम करा रहे बारिश
-14 मई से कमजोर होगा सिस्टम
तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो टर्फ बारिश करा रहे हैं। शनिवार कोमंदसौर और अशोकनगर में दोपहर 1 बजे के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग ने रविवार को पूरे प्रदेश में आंधी, बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को ग्वालियर, मंडला समेत कई जिलों में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर और सागर संभाग के सभी जिलों में गरज-चमक, आंधी और बारिश का दौर रह सकता है। हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहने की संभावना है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि वर्तमान में कुछ सिस्टम एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में मौसम बदला है। 14 मई तक हल्की बारिश गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद गर्मी का असर बढ़ सकता है।
बोवनी जल्दी होगी, पैदावार भी भरपूर
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की विषय से विशेषज्ञ समिति के पूर्व सदस्य एवं एक्सपर्ट योगेश द्विवेदी बताते हैं मानसून के लगभग एक हफ्ते पहले आने का खेती पर सकारात्मक असर होगा। अभी फ्री मानसून बारिश के कारण जमीन में नमी होने लगी है। मानसून जल्दी आएगा तो धन सोयाबीन जैसी फसलों की बोवनी भी जल्दी होगी। बोवनी जल्दी ही तो भरपूर पैदावार भी होगी।
विनोद / 11 मई 25

हर आपात स्थिति के लिए सजग और तैयार है स्वास्थ्य विभाग 
रीवा (कीर्तिप्रभा)वर्तमान परिस्थितियों तथा आसन्न कठिनाईयों को देखते हुए रीवा जिले में स्वास्थ्य विभाग हर आपात स्थिति के लिए सजग और पूरी तैयार है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला ने बताया कि शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार जिला और विकासखण्ड स्तर पर आपात स्थिति के लिए उपचार की पूरी व्यवस्था कर ली गई है। जिला स्तर पर रैपिड एक्शन टीम, दवाईयों तथा उपकरणों के साथ 24 घण्टे तैनात है। रीवा शहर की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को स्थाई प्राथमिक उपचार केन्द्र के रूप में निर्धारित कर दिया गया है। सभी बीएमओ तथा अन्य मेडिकल आफीसरों को जिले की आपातकाल रेफरल व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त रखने के निर्देश दिए गए हैं। आपातकालीन उपचार सुविधा के लिए 108 एंबुलेंस तथा सभी जननी सुरक्षा योजना के वाहनों को एलर्ट मोड पर रखा गया है। इनमें चिकित्साकर्मी तथा टेक्नीशियन जीवनरक्षक दवाओं के साथ तैनात कर दिए गए हैं। जो वाहन सुधार योग्य हैं उनमें तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की आपात सेवा की आवश्यकता होने पर 108 एंबुलेंस पर फोन किया जा सकता है। सेवा प्राप्त होने में किसी भी तरह की कठिनाई होने पर 108 सेवा के नोडल अधिकारी ऋषिराज गौतम के मोबाइल नम्बर 9425608569 पर संपर्क करके वांछित सेवाएं प्राप्त की जा सकती हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि शासन के निर्देशों के अनुसार सभी चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। सभी चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी अनिवार्य रूप से निर्धारित मुख्यालय में उपस्थित रहें। आवश्यकता होने पर आपातकालीन उपचार सुविधा तत्काल उपलब्ध कराएं। 
क्रमांक-122-1562-उमेश तिवारी 


आदिगुरू शंकराचार्य ने भारतीय समाज को समरस व एकरूप बनाया - स्वामी तुलसीदास
रीवा (कीर्तिप्रभा) प्रशासन के सहयोग से जन अभियान परिषद द्वारा पूरे प्रदेश में आदिगुरू शंकराचार्य के जीवन तथा अद्वैत दर्शन पर आधारित कार्यक्रमों का लगातार आयोजन किया जा रहा है। क्रम में जवा विकासखण्ड के पनवार कुटी आश्रम में आयोजित व्याख्यान माला का शुभारंभ पूज्य संत स्वामी तुलसीदास जी ने किया। इस अवसर पर स्वामी तुलसीदास जी ने कहा कि आदिगुरू शंकराचार्य ने जहाँ एक ओर भारतीय समाज को अद्वैत दर्शन के विचार दिए, वहीं दूसरी ओर उन्होंने एक ईश्वरबाद का सिद्धांत देते हुए समाज को समरस व समानता का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि आदिगुरू ने देश के चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना की। जिससे हर नागरिक अपने देश व संस्कृति को जान सके व उसे आत्मसात कर सके। आदिगुरू के विचारों और प्रयासों से सनातन धर्म का पुन: उत्थान हुआ। सोये हुए जनमानस में सनातन धर्म के प्राणों का संचार हुआ। आदिगुरू शंकराचार्य ने सनातन धर्म को समाज और देश ही नहीं पूरी दुनिया में प्रतिष्ठा दी। 
व्याख्यान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ विचारक व समाजसेवी अखिलेश सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोडऩे व संगठित करने का संदेश देते हैं। कार्यक्रम में जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक के कहा कि,जन अभियान परिषद द्वारा पूरे प्रदेश में आदिगुरू शंकराचार्य जी जीवन के कृतित्व व दर्शन पर आधारित व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रम के माध्यम से आदिगुरू के संदेशो से आमजनों को जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। व्याख्यान कार्यक्रम को कृष्णेन्द्र तिवारी, अमित अवस्थी, नगर पंचायत डभौरा के अध्यक्ष प्रतिनिधि संजय गुप्ता, ने संबोधित किया। कार्यक्रम में विकासखंड प्रभारी राजेश अवधिया, धीरेंद्र शुक्ल, नवांकुर संस्था संस्था प्रतिनिधि भूपनारायण मिश्रा, अरुण तिवारी, विनय सिंह, सतेंद्र सिंह, परामर्शदाता सुधा पाण्डेय, हरगोविंद द्विवेदी, रीता सिंह, शिरीष तिवारी, एवम प्रस्फुटन समिति के पदाधिकारी, समाजसेवी व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
क्रमांक-118-1558-उमेश तिवारी 


 

न्यूज़ सोर्स : रीवा (कीर्तिप्रभा)