भारतीय सेना के पीओके और पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के बाद दोनों देश के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. पाकिस्तान भारत पर ड्रोन और मिलाइल अटैक कर रहा है. भारत भी पाकिस्तान को जवाब दे रहा है. वहीं दोनों देशों के तनाव के बीच दिल्ली पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया है. इसे ऑपरेशन फेश वॉश नाम दिया गया है. ये ऑपरेशन बांग्लादेशियों की धरपकड़ के लिए चलाया गया है.

वो बांग्लादेशी नागरिक जो बिना कागज के लंबे समय भारत में रह रहे हैं या जिनकी कागजों की मियाद खत्म होने के बाद भी वो यहांं हैं. ऐसे बांग्लादेशियों की तलाश की जा रही है और उनको निकाला जा रहा है इस ऑपरेशन के तहत तीन बांग्लादेशी प्रवासी पकड़े गए हैं. दिल्ली पुलिस की विदेशी नागरिक सेल ने तीनों को उत्तर पश्चिम जिले से पकड़ा है. जो प्रवासी पकड़े गए हैं, उनके पास से चार स्मार्टफोन बरामद हुए हैं.

तीनों ढाका के रहने वाले
इस फोन में एक आईएमओ ऐप था, जोकि प्रतिबंधित है. पकड़े गए प्रवासी इसी ऐप के माध्यम से बांग्लादेश में रह रहे अपने परिवार से बात किया करते थे. पकड़े गए लोगों की पहचान मक्सुदा अली उर्फ मो. मासूम ( 40), अब्दुल हकीम उर्फ जेली (33 ) और फईम पायल (21 ) के रूप में हुई है. ये तीनों की ढाका जिले के रहने वाले हैं.

खुफिया सूचना के बाद पकड़ा गया
दरअसल, इस महीने पुलिस को कुछ अवैध बंग्लादेशी नागरिकों के ट्रांसजेंडर के रूप में वेश बदलकर भीख मांगने की खुफिया सूचना मिली थी. वे ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांग थे, ताकि किसी को उन पर संदेह न हो. खुफिया जानकारी के बाद पुलिस ने कुछ दिनों तक लगातार निगरानी की. पुलिस ने बताया कि इसके बाद पुख्ता जानकारी मिली की ऐसे तीन लोग हैं और वो आजादपुर नई सब्जी मंडी के पास हैं.

तीनों अवैध रूप से भारत में हुए दाखिल
पुलिस ने बताया कि इसके बाद तुरंत टीम ने कार्रवाई करते हुए तीनों को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान उन्होंने ऐजेंटों के जरिये अवैध रूप से भारत में दाखिल होने की बात कही. तीनों कमजोर सिमाओं से होते हुए भारत आए और फिर ट्रेन से दिल्ली पहुंचे. पुछताछ के दौरान उन्होंने ये भी बताया कि तीनों पुरुष हैं. उन्होंने महिला जैसा नजर आने के लिए अपने सीने को कुछ चीजें लगाकार उभारा था.

पुलिस ने बताया कि तीनों को आगे की कार्रवाई के लिए एफआरआरओ, आरकेपुरम, नई दिल्ली को सौंपा गया है. उन्हें वापस बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. मामले की जांच अभी की जा रही है.