नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय और लीड्स विश्वविद्यालय, यू.के. ने विनिमय गतिशीलता और अनुसंधान गतिविधियों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. लीड्स विश्वविद्यालय यू.के. के साथ इस एमओयू को ऐसे संबंधों का विस्तार करने के लिए एक संसाधन के रूप में देखा जाता है जो दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों और संकाय को परस्पर लाभान्वित करेगा. यह स्वस्थ अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देगा और छात्र और संकाय आदान-प्रदान के लिए एक सक्रिय ढांचा प्रदान करेगा.

दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज में गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह और लीड्स विश्वविद्यालय की कुलपति एवं अध्यक्ष प्रो. शियरर वेस्ट के बीच दोनों विश्वविद्यालयों के प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत दिल्ली विश्वविद्यालय ट्विनिंग कार्यक्रम को लागू करने की राह पर चल रहा है, जो दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों को एक सेमेस्टर भागीदार विश्वविद्यालय में बिताने में सक्षम बनाएगा.

एमओयू एक्सचेंज समारोह में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने दोनों विश्वविद्यालयों के बीच शुरू की जा सकने वाली विभिन्न आदान-प्रदान संभावनाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में सहायक फैकल्टी के रूप में अंतर्राष्ट्रीय फैकल्टी रखने पर भी जोर दिया, जिससे छात्रों और संकाय दोनों को अंतर्राष्ट्रीय अनुभव प्राप्त होगा.

लीड्स विश्वविद्यालय के छात्रों में बढ़ रही भारत में अध्ययन की रुचि: लीड्स विश्वविद्यालय की कुलपति और अध्यक्ष प्रो. शियरर वेस्ट ने कहा कि स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर पर उनके छात्रों में भारत में अध्ययन करने की रुचि बढ़ रही है. यह साझेदारी छात्र विनिमय को बढ़ावा देने में मदद करेगी. कार्यक्रम के दौरान लीड्स विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के तौर पर वहां की कुलपति सहित अनेकों अधिकारी उपस्थित रहे.